सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

परिचय




परिचय - अनिल कुमार सोनी

माता का नाम :स्व. श्रीमती सीता रानी सोनी पिता का नाम :स्व. श्री नारायण प्रसाद सोनी जन्मतिथि :01.07.1960 ~संपर्क~ शहर/गाँव:पाटन जबलपुर पिन कोड 483113
देश :भारत
फेसबुक :100006776139284@Facebook. Com ~मेरे बारे में~ शिक्षा :बी. काम, पत्रकारिता में डिप्लोमा लगभग 25 वर्षों से अब तक अखबारों में संवाददाता रहा एवं गद्य कविताओं की रचना की अप्रकाशित कविता संग्रह "क्या तुम समय तो नहीं गवां रहे हो "एवं "मधुवाला" है। शौक :हिंदी सेवा सम्प्रति :टाइपिंग सेंटर संचालक ~हिन्दी के बारे में विचार ~ हिंदी मेरी मां है हिन्दी लेखक डॉट कॉम पर प्रकाशित रचनाएँ प्रगति, कारण से, टूटता आदमी, मुक्त नहीं संयुक्त हैँ, फरिश्ता, चाहत, आंखों से आंसू नहीं अब, क्या लिखूं आदि ।





टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"चंद हाइकु"

थका सूरज उतार कर धूप घर को चला ।। समायोजन भोजन पचान में धूप का साथ उड़ा अबीर लाल भये बादल धूप घायल धूप नहीं ये हौरी का खुमार है हो हो होरी है धूप प्रकार प्रात: से साँझ तक असर भिन्न धूप लिखा तो गरमी का अंदाज़ मांथे सिकन अनिलकुमार सोनी

"सुप्रभात"

जागो हे वीर  भारतीय  भौर हुई  सूरज निकल आया है  सुबह हुई कोयल कूकी  कौवा बोलें  पवन चले पुरवाई है  जागो हे वीर  भारतीय  भौर हुई ।  रचनाकार  अनिलकुमार सोनी साझा करें

"चुनाव" और कविता सुनाओ !

अब तो कविता लिखने का मूड हो गयो है तुम जो, भिखारी बन ,हाथ कटोरा लिये हो। जनता की मार खा कर भी चुनाव लड़ रहे हो उम्मीद थी सब को पांसे पलटने की ,पांसे वही शकुनी की जगह ,जनता चल रही थी चाल सब। जीत कर तुम कर बढ़ा रहे हो कुर्सी पर तुम यूं मुस्करा रहो हो । अनिल कुमार सोनी